बाड़मेर : घर में आग लगने से 2 भाई जिंदा जले , एक गंभीर झुलसा
बाड़मेर: जिले में रविवार तड़के एक घर में आग लगने से तीन चचेरे भाई जल गए. इनमें दो की जिंदा जलने से मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से झुलस गया. उसे प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर किया. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की.
ग्रामीण थानाधिकारी राजूराम ने बताया कि क्षेत्र के जस्तानियों की ढाणी भाडखा में रविवार तड़के घर में ईंटों के कमरे में अचानक आग लग गई. इसमें सो रहे तीन में से 2 चचेरे भाई जिंदा जल गए. गंभीर रूप से झुलसा एक चचेरा भाई जोधपुर रेफर किया गया. प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट से आग लगने का पता चला है. एफएसएल टीम ने मौके से सबूत जुटाए. उसकी रिपोर्ट आने पर ही खुलासा होगा.
तीनों एक ही कमरे में सो रहे थे भाड़खा सरपंच ने बताया- भाड़खा जस्तानियों की ढाणी के रहने वाले देवीलाल रात को अपने भाई शंकरराम के घर पर गए हुए थे।
शंकराराम का घर देवीलाल के घर से करीब 100 मीटर दूर है। रात को देवीलाल ने वहीं खाना खाया और सो गए। उनके साथ बेटा जसराम (21) भी था।
जसराम अपने चचेरे भाई अरुण (19) पुत्र शंकराराम, राजूराम (12) पुत्र पुरखाराम के साथ अलग कमरे में सो गया था।
दमकल ने पाया काबू रविवार को सुबह करीब 5 बजे अचानक कमरे में आग लग गई। कुछ ही देर बाद आग फैल गई। आग की लपटें देखकर परिवार के सदस्य और ग्रामीण भागते हुए आए।
पुलिस व प्रशासन को सूचना दी। केयर्न कंपनी की फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
तब तक देर हो चुकी थी। अरुण और राजूराम जिंदा जल गए थे। जसराज गंभीर रूप से झुलस गया है। उसका इलाज जोधपुर में चल रहा है।
अधजले बेटे ने आकर बताया- भाई जल रहे हैं पिता देवीलाल ने बताया- सुबह शॉर्ट सर्किट से कमरे में आग लग गई थी। मेरा बेटा जसराज अधजला भागते हुए मेरे पास आया। बोला- पापा घर कमरे में आग लग गई। भाई अरुण और राजू राम जिंदा जल रहे हैं। ये सुनकर सबके होश उड़ गए। इसके बाद घर की महिलाएं चिल्लाते हुए पहुंची। उसकी आवाज सुनकर आसपास के लोग भी पहुंचे।