Amazon LaysOff: अमेजन में ‘महा-छंटनी’, 30,000 कर्मचारियों को निकाला जायेगा नौकरी से
नई दिल्ली। दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी Amazon खर्च में कटौती करने के लिए बड़े स्तर पर लोगों की छंटनी करने जा रही है। रॉयटर्स के अनुसार Amazon करीब 30,000 लोगों को नौकरी से निकालने की योजना बाना रही है। इसके जरिये कंपनी महामारी के दौरान पीक डिमांड के समय ज़्यादा हायरिंग की भरपाई कर रही है।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम कंपनी की लागत में कटौती करने और भविष्य की रणनीतियों को ध्यान में रखकर उठाया जा रहा है. कोरोना महामारी के दौरान अमेजन ने बड़े पैमाने पर भर्तियां की थीं, लेकिन अब हालात बदलने के बाद कंपनी अपने वर्कफोर्स को “बैलेंस” करने की कोशिश कर रही है.
महामारी में हुई थी ‘अंधाधुंध’ भर्ती
कंपनी का आधिकारिक तौर पर यही कहना है कि पिछले कुछ सालों में, खासकर कोरोना काल में, जब ऑनलाइन शॉपिंग अपने चरम पर थी, तब ज़रूरत से ज़्यादा लोगों को काम पर रख लिया गया था. उस दौरान मांग को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर भर्तियां हुईं. अब जब बाज़ार वापस सामान्य हो रहा है और कई क्षेत्रों में मांग पहले जैसी नहीं रही, तो कंपनी को अपने खर्चों का प्रबंधन करना मुश्किल हो रहा है. इसलिए, स्टाफ के आकार को घटाकर कामकाज को संतुलित करने का यह कड़ा फैसला लिया गया है. बता दें इससे पहले 2022 के अंत में भी अमेजन ने करीब 27,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था. लेकिन 30,000 कर्मचारियों को एक साथ निकालना, उस दौर के बाद, अब तक की सबसे बड़ी छंटनी होगी.
हर 10 में से 1 की जाएगी नौकरी
कंपनी के पास दुनिया भर में करीब 15.5 लाख कर्मचारी हैं, जिनमें बड़ी संख्या में वेयरहाउस और डिलीवरी नेटवर्क से जुड़ा स्टाफ शामिल है. इस लिहाज़ से 30,000 लोग कुल संख्या का एक छोटा सा हिस्सा मात्र हैं. लेकिन, इस छंटनी का असली और गहरा असर कंपनी के कॉर्पोरेट ढांचे पर पड़ने वाला है. अमेजन के पास लगभग 3.5 लाख कॉर्पोरेट कर्मचारी हैं, यानी वे लोग जो दफ्तरों में बैठकर मैनेजमेंट, टेक्नोलॉजी, प्लानिंग और रणनीति जैसे काम संभालते हैं. इस छंटनी का मतलब है कि कंपनी अपने लगभग 10% कॉर्पोरेट स्टाफ को कम कर रही है.
क्या टेक्नोलॉजी ले रही नौकरियां?
कंपनी के सीईओ, एंडी जेसी, पहले ही कंपनी में बढ़ती ब्यूरोक्रेसी (आंतरिक लालफीताशाही) को कम करने की बात कह चुके हैं, जिसमें मैनेजरों की संख्या घटाना भी शामिल था. उनका मकसद कंपनी को ज्यादा फुर्तीला बनाना है. इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने इसी साल जून में संकेत दिया था कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते इस्तेमाल के कारण भविष्य में और नौकरियां कम हो सकती हैं.
ईमार्केटर के विश्लेषक स्काई कैनेव्स इस छंटनी को सीधे तौर पर AI से जोड़कर देखते हैं. उनका मानना है, अमेजन का यह कदम दिखाता है कि कंपनी अब अपनी कॉर्पोरेट टीमों में AI की मदद से उत्पादकता (प्रोडक्टिविटी) बढ़ाने में बड़ी प्रगति देख रही है.